यहाँ प्रांगण में ही भगवान पार्श्वनाथ का तीस चीबीसी मन्दिर भी है इसमें 11 शिखर हैं। मुख्य मूर्ति भगवान पार्श्वनाथ की काले पाषाण की 13.5 फिट ऊंची 108 फण युक्त है। इस मन्दिर में दस कमल हैं। प्रत्येक कमल पर 72 पंखुड़ियां हैं। प्रत्येक पंखुडी पर एक-एक भव्य पाषाण की मूर्ति विराजमान है इसमें पांच भरत, पांच ऐरावत एवं पांच विदेह क्षेत्रों की चौबीस चौबीस तीर्थकरों की भूत, भविष्य एवं वर्तमान की 720 मूर्तियां हैं। मन्दिर के शिखरों पर एवं अन्दर कमलों पर सुनहरे कलश लगे हैं। ऐसा तीस चौबीसी मन्दिर सम्पूर्ण भारत वर्ष में कहीं नहीं है।